अस्ताना। कजाकिस्तान ने मुस्लिम महिलाओं के नकाब लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ ही यह मध्य एशिया का पहला देश बन गया है, जिसने महिलाओं के नकाब लगाने पर पाबंदी लगा दी है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कजाकिस्तान के राष्ट्रपति कासिम-जोमार्ट टोकायेव ने सोमवार को एक कानून पर हस्ताक्षर किए, जिसमें कानून द्वारा परिभाषित सीमित मामलों को छोड़कर सार्वजनिक रूप से ऐसे कपड़े पहनने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, जो किसी व्यक्ति के चेहरे को छिपाते हैं।

कानून में हालांकि स्पष्ट रूप से धार्मिक पोशाक का नाम नहीं है, लेकिन समझा जाता है कि नकाब और बुर्का जैसे परिधानों को ध्यान में रखकर यह प्रतिबंध लगाया गया है। नये कानून के तहत चेहरा ढकने वाले कपड़ों को केवल विशिष्ट मामलों में जैसे आधिकारिक कार्यक्रमों, चिकित्सा कारणों, खराब मौसम से सुरक्षा, नागरिक सुरक्षा उद्देश्यों के लिए या खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भागीदारी के वास्ते ही अनुमति दी गई है।

इससे पहले, किर्गिस्तान ने जनवरी 2025 में सार्वजनिक स्थानों पर नकाब लगाने पर प्रतिबंध लगाने वाला एक कानून पारित किया था। वहां के सांसदों ने तर्क दिया कि इस तरह के धार्मिक परिधान सरकारी भवनों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर व्यक्तियों की पहचान करना मुश्किल बनाते हैं। उज्बेकिस्तान ने 2023 में सार्वजनिक स्थानों पर बुर्का पहनने पर प्रतिबंध लगाया था।