युवाओं में लगी हाई-फाई नशे की आदत
नई दिल्ली । देश के सभी राज्यों में एलएसडी नशे की शिकार, युवा पीढ़ी बड़ी तेजी के साथ हो रही है। स्कूल कॉलेजों हॉस्टल पेइंग गेस्ट कोचिंग सेंटर और व्यवसायिक स्थलों में एलएसडी नशे के ग्राहक बड़े पैमाने पर बन रहे हैं। इस नशे की सप्लाई करने वाले पेंडलर की संख्या भी बड़ी तेजी के साथ बढ़ रही है। पढ़े-लिखे बेरोजगार युवक इस नशे के धंधे में पैर रख रहे हैं। जो सबसे बड़ी चिंता की बात है।
डार्क वेब का उपयोग
युवाओं के बीच में ड्राई ड्रग के रूप में मशहूर एलएसडी टेबलेट और एमडी नशे की सप्लाई देश के हर राज्य और हर जिले में बड़ी सामान्य बात हो गई है। सप्लाई और भुगतान के लिए अब डार्क वेब का इस्तेमाल हो रहा है। जिसके कारण नशे का यह कारोबार और तेजी के साथ बढ़ रहा है। जांच के दौरान यह बात सामने आई है,कि डार्क वेब के माध्यम से ऑर्डर बुक करने पर इश्चित जगह पर नशीले पदार्थ की सप्लाई मिल जाती है। इसी प्लेटफार्म पर भुगतान भी हो जाता है। सीक्रेट अकाउंट पर टेक्स्ट मैसेज के माध्यम से सप्लाई की लोकेशन भेजी जाती है।कोड वर्ड दिया जाता है।उसके बताने पर आसानी से नशीले पदार्थ की डिलीवरी सुरक्षित रूप में कर दी जाती है।
पिछले तीन-चार वर्षों से नशे का यह कारोबार बड़ी तेजी के साथ बढ़ता ही जा रहा है। पहले युवा खुद नशे का शिकार होता है। बाद में वह सप्लाई के धंधे में भी जुड़ जाता है। बेरोजगारी के कारण अब युवाओं के लिए यह रोजगार का नया धंधा भी बन रहा है।