नई दिल्ली । आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के शेयरधारकों ने आईडीएफसी लिमिटेड के साथ बैंक के ‎विलय को मंजूरी दे दी है। बैंक ने कहा है कि नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल की चेन्नई बेंच के द्वारा बुलाई गई बैठक में मेजोरिटी शेयर होल्डर्स ने ये मंजूरी दी है। बैंक के बोर्ड ने एनसीएलटी को विलय के प्रस्ताव पर मतदान के नतीजे से सूचित किया। उन्होंने बताया कि विलय योजना के पक्ष में 99.95 वोट पड़े थे। जल्द ही इस पर एनसीएलटी की भी हरी झंडी मिलने के आसार हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, एनसीएलटी भी दोनों के ‎विलय को जल्द ही हरी झंडी दिखा सकता है। इससे पहले पिछले साल 27 दिसंबर को आईडीएफसी लिमिटेड ने कहा था कि आरबीआई ले आईडीएफसी लिमिटेड, आईडीएफसी एफएचसीएल और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के ‎विलय के लिए एनओसी दे दी है। वहीं पिछले साल जुलाई 2023 में आईडीएफसी एफएचसीएल, आईडीएफसी और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने इस ‎विलय को हरी झंडी दिखाई थी। शनिवार के ‎विशेष सत्र में आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के स्टॉक में बढ़त देखने को मिली है और स्टॉक 0.25 फीसदी बढ़कर 77.45 के स्तर पर बंद हुआ था। एक साल पहले स्टॉक 67 के स्तर से नीचे था। हालांकि पिछले साल सितंबर में स्टॉक 100 के स्तर के करीब पहुंच गया था। दिसंबर 2023 में रिजर्व बैंक ने आईडीएफसी और उसकी बैंकिंग सब्सिडियरी आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के रिवर्स मर्जर को मंजूरी दी थी। वहीं आईडीएफसी फाइनेंशियल होल्डिंग कंपनी लिमिटेड, आईडीएफसी लिमिटेड और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने मर्जर को जुलाई में मंजूरी दे दी थी।