पेट की चर्बी कम करने के लिए बदलें नाश्ते का समय
पेट की चर्बी अधिक होने या वजन बढ़ने पर लोग परेशान हो जाते हैं। बढ़ा हुआ वजन कई तरह की बीमारियों की वजह बनता है, वहीं मोटापे के कारण लोगों में आत्मविश्वास की कमी भी आती है। हर कोई इन दिनों पतला और सेहतमंद दिखना चाहता है। लेकिन आजकल की लाइफस्टाइल, खानपान के कारण न चाहते हुए भी लोगों का वजन बढ़ने लगता है और बेली फैट दिखने लगता है। लोग वजन कम करने और शरीर की अधिक चर्बी को घटाने के लिए योग, एक्सरसाइज और डाइट आदि कई सारे प्रयास करते हैं। नियमित योगाभ्यास या एक्सरसाइज का कुछ असर भी दिखता है।
नाश्ता करने का सही समय
पहले लोगों की सुबह जल्दी होती थी और सूरज डूबने के बाद अंधेरा होते ही रात हो जाया करती थी। इसलिए लोग सुबह जल्दी ब्रेकफास्ट और सूरज ढलने तक रात का डिनर कर लिया करते हैं। रात के खाने और सुबह के नाश्ते के बीच लंबा अंतराल होता था। विशेषज्ञ के मुताबिक, डिनर और ब्रेकफास्ट के बीच कम से कम 14 से 16 घंटे का गैप होने से लोग स्वस्थ और फिट रहते हैं।
डिनर और ब्रेकफास्ट के बीच गैप
हालांकि आज के बदलते और बिगड़े लाइफस्टाइल में लोगों के खाने पीने का समय भी बिगड़ गया है। लोग देर रात तक जागते हैं और कुछ न कुछ खाते पीते रहते हैं। वहीं सुबह कॉलेज या ऑफिस के कारण या तो बिना रास्ता किए बाहर निकल जाते हैं या फिर सुबह ही कुछ खा लेते हैं। ऐसे में उनके डिनर और ब्रेकफास्ट के बीच में गैप नहीं होता। जिसके कारण बैली फैट बढ़ने लगता है।
14 घंटे करें फास्टिंग
रात का डिनर जल्दी करके आप सुबह के नाश्ते में कम से कम 14 घंटे का उपवास रखें। अगर डिनर का समय रात के 8 या 9 बजे हैं तो सुबह नाश्ते का समय 11 बजे कर रखें। अगर आप सुबह का नाश्ता इतना लेट नहीं करना चाहते तो शाम में 6-7 बजे तक डिनर कर लें। कुल मिलाकर आपको लगभग 14 घंटे का व्रत रखना है। इससे आपका वजन बढ़ने से नियंत्रित रहता है और शरीर डिटॉक्स होता है।